आज की टॉप बायिंग: HCC और Capacit’e को मिले नए ऑर्डर, शेयरों में तेजी
13 oct 2025
भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर इन दिनों तेज़ी से बढ़ रहा है।
सरकारी योजनाएँ, औद्योगिक निवेश और रियल एस्टेट सेक्टर में सुधार के कारण इस क्षेत्र की कंपनियाँ लगातार नए ऑर्डर्स हासिल कर रही हैं।ऐसी दो प्रमुख कंपनियाँ — Hindustan Construction Company (HCC) और Capacit’e Infraprojects Limited (CIL) — हाल ही में अपने नए कॉन्ट्रैक्ट्स की वजह से चर्चा में हैं।
1. Hindustan Construction Company (HCC): ₹204 करोड़ का नया औद्योगिक कॉन्ट्रैक्ट
कंपनी प्रोफाइल
Hindustan Construction Company Limited (HCC) की स्थापना 1926 में हुई थी।
यह भारत की सबसे पुरानी और अनुभवी इंजीनियरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक है।
कंपनी सड़कों, पुलों, सुरंगों, पनबिजली, जल परियोजनाओं और मेट्रो सिस्टम्स में विशेषज्ञता रखती है।
HCC ने देश में कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं, जैसे —
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मुंबई मेट्रो,
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बांध निर्माण,
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चेनाब ब्रिज,
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और कई हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स।
इन प्रोजेक्ट्स ने कंपनी को देश के निर्माण इतिहास में एक भरोसेमंद नाम बनाया है।
नया ऑर्डर: Hindalco Industries से ₹204 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट
11 अक्टूबर 2025 को HCC ने घोषणा की कि उसे Hindalco Industries Ltd से ₹204 करोड़ का नया ऑर्डर प्राप्त हुआ है।
यह कॉन्ट्रैक्ट औद्योगिक संरचना (Industrial Superstructure Fabrication) और Pot Shell निर्माण से संबंधित है।
यह प्रोजेक्ट झारखंड में Hindalco के एक प्रमुख संयंत्र के लिए दिया गया है।
इस प्रोजेक्ट की अवधि लगभग 18 महीने की है, और इसे HCC अपनी इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन डिवीजन के माध्यम से पूरा करेगी।
यह ऑर्डर HCC की औद्योगिक प्रोजेक्ट्स में पकड़ को और मजबूत बनाता है।
ऑर्डर का महत्व
यह प्रोजेक्ट HCC के लिए एक रणनीतिक अवसर है क्योंकि कंपनी लंबे समय से औद्योगिक निर्माण के क्षेत्र में अपने कारोबार का विस्तार करना चाहती थी।
Hindalco जैसे प्रमुख क्लाइंट के साथ काम करना HCC के प्रोफाइल में एक भरोसेमंद पहचान जोड़ता है।
इसके अलावा, यह ऑर्डर कंपनी की ऑर्डर बुक (Order Book) को और मजबूत करता है,
जो पहले से ही ₹22,000 करोड़ से अधिक की है।
वित्तीय स्थिति और भविष्य की संभावना
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HCC का FY2025 तक कुल राजस्व लगभग ₹10,000 करोड़ रहा।
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कंपनी धीरे-धीरे अपने ऋण स्तर को घटा रही है।
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हाल के वर्षों में कंपनी ने अपने पुराने प्रोजेक्ट्स का सेटलमेंट किया है जिससे नकदी प्रवाह (Cash Flow) बेहतर हुआ है।
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कंपनी अब औद्योगिक और इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों सेगमेंट में नए अवसर देख रही है।
शेयर प्राइस और निवेश राय
13 अक्टूबर 2025 को HCC का शेयर ₹29 के आस-पास कारोबार कर रहा था।
विश्लेषकों के अनुसार,
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शॉर्ट टर्म टारगेट: ₹42
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लॉन्ग टर्म टारगेट: ₹55–₹60
विश्लेषक यह भी मानते हैं कि कंपनी की बैलेंस शीट में सुधार और नए ऑर्डर्स की बदौलत
HCC अगले दो वर्षों में बेहतर प्रॉफिट मार्जिन दर्ज कर सकती है।
क्यों निवेश करें HCC में
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कंपनी के पास अनुभवी प्रबंधन और 90 साल से अधिक का अनुभव है।
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सरकारी प्रोजेक्ट्स में लगातार सक्रिय भागीदारी।
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बड़े पैमाने के प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने की क्षमता।
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औद्योगिक और इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों सेगमेंट में विविधता।
2. Capacit’e Infraprojects Limited (CIL): ₹542 करोड़ का IIT बॉम्बे प्रोजेक्ट
कंपनी प्रोफाइल
Capacit’e Infraprojects Limited (CIL) की स्थापना 2012 में हुई थी।
यह कंपनी हाई-राइज़ रेजिडेंशियल, कमर्शियल और संस्थागत निर्माण में विशेषज्ञता रखती है।
कंपनी का मुख्यालय मुंबई में स्थित है और यह कई सरकारी और निजी क्लाइंट्स के साथ काम कर रही है।
इसका नाम भारत के सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स जैसे Lodha Group, Godrej Properties, Oberoi Realty,
और NBCC (India) Limited के साथ जुड़ा हुआ है।
कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में कई उच्च-गुणवत्ता वाले प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं, जिनमें मुंबई, पुणे और दिल्ली की बड़ी इमारतें शामिल हैं।
नया ऑर्डर: IIT बॉम्बे से ₹542 करोड़ का फास्ट-ट्रैक कॉन्ट्रैक्ट
Capacit’e Infraprojects को 11 अक्टूबर 2025 को IIT बॉम्बे से एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है।
इस ऑर्डर की कुल वैल्यू ₹542 करोड़ है और इसमें “फास्ट-ट्रैक मोड” पर एक नई इमारत का निर्माण किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत कंपनी सिविल वर्क, स्ट्रक्चरल, इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग और फिनिशिंग वर्क करेगी।
इसे 24 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
ऑर्डर का प्रभाव
IIT बॉम्बे जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से ऑर्डर मिलना कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
यह प्रोजेक्ट न केवल कंपनी के execution portfolio को मजबूत करेगा बल्कि
सरकारी संस्थागत प्रोजेक्ट्स में इसकी उपस्थिति को भी बढ़ाएगा।
इस खबर के बाद Capacit’e के शेयरों में 4% की तेजी देखी गई।
निवेशक इस ऑर्डर को कंपनी के लिए एक दीर्घकालिक ग्रोथ संकेतक मान रहे हैं।
वित्तीय स्थिति और ग्रोथ
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FY2025 में कंपनी का कुल राजस्व ₹2,000 करोड़ से अधिक रहा।
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कंपनी की ऑर्डर बुक अब ₹11,000 करोड़ के करीब पहुँच चुकी है।
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Capacit’e का ऋण स्तर सीमित है और इसकी बैलेंस शीट मजबूत है।
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कंपनी का ग्रॉस मार्जिन 12% से बढ़कर 15% तक पहुँच गया है।
इन आँकड़ों से साफ है कि कंपनी आने वाले दो वर्षों में 15–18% की सालाना ग्रोथ दर्ज कर सकती है।
शेयर प्राइस और निवेश राय
Capacit’e Infraprojects का शेयर ₹288 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
ब्रोकरेज हाउसों के अनुसार —
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शॉर्ट टर्म टारगेट: ₹320
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लॉन्ग टर्म टारगेट: ₹360
विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी के पास मजबूत ऑर्डर बुक और समय पर डिलीवरी की क्षमता है,
जो इसे दीर्घकालिक निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है।
क्यों निवेश करें
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सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों से संतुलित ऑर्डर फ्लो।
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कम ऋण और मजबूत वित्तीय स्थिति।
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प्रोजेक्ट डिलीवरी का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड।
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संस्थागत प्रोजेक्ट्स में बढ़ती भागीदारी।
तुलना: HCC बनाम Capacit’e Infraprojects
| पैरामीटर | HCC | Capacit’e Infraprojects |
|---|---|---|
| क्षेत्र | इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक निर्माण | रियल एस्टेट और संस्थागत निर्माण |
| हालिया ऑर्डर | ₹204 करोड़ (Hindalco Project) | ₹542 करोड़ (IIT Bombay Project) |
| ग्रोथ क्षमता | उच्च | बहुत उच्च |
| ऑर्डर बुक | ₹22,000 करोड़+ | ₹11,000 करोड़+ |
| ऋण स्थिति | नियंत्रित | बहुत कम |
| लॉन्ग टर्म टारगेट | ₹55–₹60 | ₹360–₹380 |
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निष्कर्ष: दोनों कंपनियाँ निवेश योग्य क्यों हैं
Hindustan Construction Company (HCC) और Capacit’e Infraprojects Limited (CIL)
दोनों अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत पकड़ रखती हैं।
HCC के पास दशकों का अनुभव और बड़े औद्योगिक क्लाइंट्स का भरोसा है,
जबकि Capacit’e ने अपनी आधुनिक तकनीक और डिलीवरी क्षमता से तेजी से पहचान बनाई है।
दोनों कंपनियों के नए ऑर्डर्स उनके व्यवसाय में दीर्घकालिक स्थिरता और विकास के संकेत हैं।
जहाँ HCC औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित कर रही है,
वहीं Capacit’e सरकारी और संस्थागत भवन निर्माण में अपनी स्थिति मजबूत कर रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि दोनों कंपनियाँ
2026–27 तक मजबूत रेवेन्यू और प्रॉफिट ग्रोथ दिखा सकती हैं,
इसलिए निवेशक इन्हें अपने मीडियम और लॉन्ग टर्म पोर्टफोलियो में रख सकते हैं।
Disclaimer
यह लेख केवल शैक्षिक और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है।
इसमें दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह का रूप नहीं है।
शेयर बाजार में निवेश जोखिम के साथ आता है — निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।

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