आज 10 बड़ी कंपनियों के Q2 FY26 नतीजे — Tata Chemicals, JK Cement, GHCL, Affle India समेत बाज़ार में हलचल
by research cover desk
भारतीय शेयर बाज़ार में आज का दिन निवेशकों के लिए काफी अहम माना जा रहा है। 1 नवंबर 2025 को देश की कई जानी-मानी कंपनियाँ अपने जुलाई-सितंबर 2025 (Q2 FY26) के नतीजे पेश करने वाली हैं।
इनमें JK Cement, Tata Chemicals, GHCL, Netweb Technologies, Affle India, SBFC Finance, Azad Engineering, Urban Company, GNA Axles और Orient Cement जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
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| Top 10 companies releasing financial results today. |
इन कंपनियों के परिणाम न केवल उनके शेयर मूल्य पर असर डालेंगे बल्कि सेक्टर-स्तर पर भी निवेशकों की रणनीति तय करेंगे। आइए जानते हैं कि आज किन कंपनियों पर बाज़ार की नज़र रहेगी और क्या उम्मीदें जताई जा रही हैं।
1️⃣ JK Cement Ltd — सीमेंट सेक्टर की निगाहें आज के नतीजे पर
JK Cement का नतीजा हमेशा इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल एस्टेट इंडस्ट्री से जुड़ा माना जाता है। विश्लेषकों के अनुसार, कंपनी का Q2 प्रदर्शन मजबूत रह सकता है क्योंकि मॉनसून के बाद निर्माण गतिविधियों में सुधार देखने को मिला है। साथ ही, पिछले कुछ महीनों में सीमेंट की कीमतों में स्थिरता आई है जिससे मार्जिन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
निवेशक इस बात पर नज़र रखेंगे कि कंपनी की रियलाइजेशन प्रति टन और EBITDA margin में कितना सुधार हुआ है।
कंपनी की दीर्घकालिक योजना उत्तर भारत और साउथ इंडिया में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की है।
2️⃣ Tata Chemicals Ltd — रासायनिक उत्पादों की कीमतों पर निर्भर परिणाम
Tata Chemicals का Annual result निवेशकों के बीच उत्सुकता का विषय है। ग्लोबल मार्केट में सोडा ऐश और बोरॉन कंपाउंड्स की कीमतों में कुछ गिरावट देखी गई थी, जिससे राजस्व पर दबाव पड़ सकता है। हालाँकि, टाटा ग्रुप की इस कंपनी ने कोस्ट ऑप्टिमाइज़ेशन और डोमेस्टिक डिमांड पर ध्यान दिया है।
अगर कंपनी अपने अंतरराष्ट्रीय कारोबार से स्थिर मुनाफ़ा दिखा पाती है तो यह स्टॉक फिर से निवेशकों के रडार पर आ सकता है।
रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए यह एक डिफेंसिव स्टॉक के रूप में देखा जाता है।
3️⃣ GHCL Ltd — टेक्सटाइल और केमिकल दोनों से उम्मीदें
GHCL के लिए यह तिमाही खास रहने वाली है क्योंकि कंपनी ने हाल ही में अपने टेक्सटाइल सेगमेंट को अलग यूनिट के रूप में सूचीबद्ध किया है। मार्केट को उम्मीद है कि सोडा ऐश बिज़नेस में स्थिरता और टेक्सटाइल ऑर्डर्स में वृद्धि से Q2 FY26 में बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
GHCL का EBITDA margin 20 प्रतिशत के आसपास रहने की संभावना जताई जा रही है। कंपनी अपने ESG standards और लागत नियंत्रण पर विशेष ध्यान दे रही है।
4️⃣ Netweb Technologies India Ltd — टेक्नोलॉजी सेक्टर का नया सितारा
Netweb Technologies हाल में सूचीबद्ध हुई कंपनी है जो हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग और AI सर्वर्स बनाती है।
कंपनी के पास डिफेंस, रिसर्च और एंटरप्राइज़ सेक्टर से अच्छे ऑर्डर हैं। Q2 में कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ 25–30 प्रतिशत तक रह सकती है क्योंकि सरकारी प्रोजेक्ट्स में डिलीवरी बढ़ी है।
टेक्नोलॉजी इंवेस्टर्स के लिए यह नतीजा महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि इससे पता चलेगा कि कंपनी अपनी IPO प्रॉमिस को कितनी तेजी से पूरा कर रही है।
5️⃣ Affle (India) Ltd — डिजिटल एड-टेक में तेज़ी
डिजिटल विज्ञापन क्षेत्र की यह कंपनी हर तिमाही में मजबूत यूज़र एंगेजमेंट दिखाती रही है। Q2 FY26 में कंपनी का ध्यान इंटरनेशनल मार्केट पर रहा, जिससे विदेशी राजस्व में सुधार संभव है। विश्लेषक उम्मीद कर रहे हैं कि Affle का नेट प्रॉफिट लगभग 18–20 प्रतिशत बढ़ सकता है।
भारत में डिजिटल विज्ञापन खर्च तेजी से बढ़ रहा है और Affle इसका बड़ा लाभार्थी बन सकती है। इन नतीजों से एड-टेक सेक्टर के अन्य शेयरों में भी हलचल रह सकती है।
6️⃣ SBFC Finance Ltd — NBFC सेक्टर में स्थिर प्रदर्शन की उम्मीद
SBFC Finance हाल के वर्षों में माइक्रो, स्मॉल और मीडियम बिज़नेस के लिए लोन उपलब्ध कराने में तेजी से उभरी है। कंपनी की लोन बुक में निरंतर वृद्धि हो रही है और कलेक्शन इफिशियंसी भी सुधरी है। Q2 FY26 में नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) दोनों में वृद्धि की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) का स्तर स्थिर रहा तो SBFC Finance का स्टॉक निवेशकों के लिए लंबी अवधि का विकल्प बन सकता है।
7️⃣ Azad Engineering Ltd — डिफेंस और एयरोस्पेस की डिमांड से सहारा
Azad Engineering हाल में सरकारी और अंतरराष्ट्रीय डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने में सफल रही है। कंपनी गेस टर्बाइन, एयरोस्पेस कंपोनेंट्स और पावर सेक्टर के लिए सटीक पार्ट्स बनाती है। Q2 FY26 में नए ऑर्डर्स और एक्सपोर्ट रेवेन्यू से प्रदर्शन में सुधार देखने को मिल सकता है।
डिफेंस सेक्टर पर सरकार के खर्च बढ़ाने से Azad Engineering जैसे शेयरों में दीर्घकालिक निवेश की संभावनाएँ बढ़ रही हैं।
8️⃣ Urban Company Ltd — सर्विस सेक्टर की ग्रोथ स्टोरी
Urban Company का बिज़नेस घरेलू सर्विसेस जैसे ब्यूटी, क्लीनिंग, रिपेयर आदि पर आधारित है।
कंपनी धीरे-धीरे प्रॉफिट ज़ोन की ओर बढ़ रही है। Q2 FY26 में कंपनी का ऑपरेटिंग लॉस कम होने और कुल राजस्व में 15–20 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
भारत में सर्विस-इकोनॉमी के विस्तार के साथ Urban Company जैसी फर्में आने वाले वर्षों में मजबूत खिलाड़ी बन सकती हैं। आज के नतीजे इस दिशा में बड़ा संकेत देंगे।
9️⃣ GNA Axles Ltd — ऑटो सेक्टर से उम्मीदें
GNA Axles का कारोबार ट्रकों और ट्रैक्टरों के लिए ड्राइव शाफ्ट और एक्सल्स बनाने का है। इस तिमाही में घरेलू ऑटो इंडस्ट्री में स्थिर बिक्री के कारण रेवेन्यू स्थिर रह सकता है, लेकिन एक्सपोर्ट डिमांड में सुधार संभव है। कंपनी ने हाल में नए देशों में सप्लाई नेटवर्क बढ़ाया है जिससे आने वाले महीनों में मुनाफ़ा बढ़ने की उम्मीद है।
ऑटो कंपोनेंट सेक्टर के लिए GNA Axles के नतीजे एक इंडिकेटर की तरह माने जाते हैं।
🔟 Orient Cement Ltd — लागत नियंत्रण से मार्जिन सुधरने की उम्मीद
Orient Cement ने पिछले कुछ महीनों में अपने प्लांट्स की लागत दक्षता पर काफी काम किया है।
ईंधन कीमतों में गिरावट और बेहतर डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क के कारण कंपनी के मार्जिन में सुधार संभव है।
Q2 FY26 में EBITDA margin 15–17 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है।
सीमेंट सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के बावजूद Orient Cement लगातार स्थिर प्रदर्शन कर रही है, जिससे इसका स्टॉक रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए आकर्षक बना हुआ है।
आज आने वाले इन 10 कंपनियों के नतीजों से विभिन्न सेक्टर्स — सीमेंट, केमिकल, टेक्नोलॉजी, फिनटेक और डिफेंस — में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अधिकांश कंपनियाँ उम्मीद से बेहतर नतीजे दिखाती हैं, तो नवंबर की शुरुआत में निफ्टी और सेंसेक्स में पॉज़िटिव मूवमेंट देखने को मिलेगा।
टेक्नोलॉजी स्टॉक्स में Netweb Technologies और Affle India पर सबसे ज़्यादा ध्यान रहेगा, जबकि सीमेंट स्टॉक्स में JK Cement और Orient Cement निवेशकों की पहली पसंद हो सकते हैं।
निवेशकों के लिए संकेत
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रिजल्ट डिक्लेरेशन के बाद उतार-चढ़ाव सामान्य रहेगा, इसलिए लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स को घबराने की ज़रूरत नहीं है।
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जिन कंपनियों ने लागत नियंत्रण और मार्जिन सुधार दिखाया है, उनमें अगले क्वार्टर तक अपसाइड बनी रह सकती है।
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टेक्नोलॉजी और फिनटेक सेगमेंट में तेजी का रुझान फिलहाल कायम है।
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सीमेंट सेक्टर में रियल एस्टेट रिकवरी से मांग बनी रह सकती है।
निष्कर्ष
आज का दिन भारतीय बाज़ार के लिए खास रहेगा क्योंकि इतने विविध सेक्टर्स की कंपनियाँ एक साथ अपने तिमाही नतीजे जारी कर रही हैं। इन कंपनियों का प्रदर्शन न केवल उनके शेयरों की दिशा तय करेगा बल्कि आने वाले हफ्तों में पूरे मार्केट सेंटिमेंट को भी प्रभावित करेगा।
निवेशकों के लिए बेहतर यही होगा कि वे कंपनियों के वास्तविक आंकड़े आने के बाद ही नई पोज़िशन लें और केवल अफवाहों के आधार पर खरीद-फरोख्त न करें। अगर समग्र रूप से नतीजे मज़बूत रहे तो भारतीय शेयर बाज़ार नवंबर 2025 की शुरुआत हरे निशान में कर सकता है।
डिस्क्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों, कंपनी की घोषणाओं और बाज़ार विश्लेषण पर आधारित है। यह किसी भी प्रकार की निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है। शेयर बाज़ार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें। इस वेबसाइट या लेखक की किसी भी लाभ या हानि के लिए कोई ज़िम्मेदारी नहीं होगी।

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