मुहूर्त ट्रेडिंग 2025: 21 अक्टूबर के शुभ समय में निवेश की पूरी गाइड | Shubh Labh Muhurat Trading Time

By sumer


भारत में धन और निवेश हमेशा से संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। इन्हीं परंपराओं को आधुनिक बाजार ने “मुहूर्त ट्रेडिंग” के रूप में सहेजा है —

हर साल दीवाली (लक्ष्मी पूजन) के दिन आयोजित यह एक-घंटे का ट्रेडिंग सेशन भारतीय निवेश संस्कृति का सबसे शुभ क्षण माना जाता है।


"Gold coins, silver bars, Indian rupee notes, and trading charts in the background representing Muhurat Trading 2025, symbolizing wealth, prosperity, and financial growth on Diwali."
Market uptrend signals strong financial growth


इस लेख में जानिए कि मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है, इसका इतिहास, आर्थिक महत्व, आज (21 अक्टूबर 2025) का सटीक समय और निवेश की सर्वोत्तम रणनीति।





 1. मुहूर्त ट्रेडिंग 

मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाज़ार में एक विशेष ट्रेडिंग सत्र है, जो दीवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के समय आयोजित किया जाता है।
“मुहूर्त” का अर्थ होता है शुभ समय — और ट्रेडिंग का अर्थ है निवेश।
यानी यह वह समय है जब निवेश को मां लक्ष्मी की कृपा से समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।



 2. आज (21 अक्टूबर 2025) मुहूर्त ट्रेडिंग का समय

Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE) ने इस वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए निम्न समय निर्धारित किया है:

सेशन                         समय (IST)                           विवरण                                   
प्री-ओपन1:30 PM – 1:45 PMऑर्डर प्लेसमेंट और संशोधन
मुख्य ट्रेडिंग सत्र1:45 PM – 2:45 PMनिवेश और लेन-देन
पोस्ट-क्लोज2:55 PM – 3:10 PMमूल्य निर्धारण


यह सत्र केवल एक घंटे का होगा और इसे शुभ लाभ की शुरुआत माना जाता है।






3. इतिहास और पृष्ठभूमि

मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा भारतीय व्यापारिक संस्कृति से निकली है। पुराने व्यापारी दीवाली के दिन अपने बही-खाते बदलते थे, यह नया आर्थिक वर्ष शुरू करने का प्रतीक था। 1957 में BSE ने इसे औपचारिक रूप दिया, और 1992 में NSE ने भी अपनाया।

आज यह परंपरा तकनीक और परंपरा दोनों का संगम बन चुकी है।



4. आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व


आर्थिक रूप से:
मुहूर्त ट्रेडिंग भले छोटी हो, लेकिन यह निवेशकों के लिए आशावाद का संदेश देती है।
यह नए वित्तीय लक्ष्यों की शुरुआत करने का प्रतीक मानी जाती है।


सांस्कृतिक रूप से:
दीवाली धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी का त्योहार है।
इस दिन किया गया निवेश “शुभ लाभ” और “नई शुरुआत” का प्रतीक है।




5. इस दिन बाज़ार में क्या खास होता है

  • मार्केट सिर्फ एक घंटे के लिए खुलता है।

  • ज़्यादातर निवेशक खरीदारी की ओर रहते हैं।

  • Sensex और  Nifty अक्सर हरे निशान में बंद होते हैं।

  • ब्रोकर ऑफिस में लक्ष्मी पूजन और मिठाइयों का माहौल होता है।

पिछले 10 सालों में 8 बार मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन बाज़ार में तेजी रही है।




6. कौन-से सेक्टर और स्टॉक्स लोकप्रिय हैं

सेक्टर                                     प्रमुख कंपनियाँ                                   
BankingHDFC Bank, ICICI Bank
ITTCS, Infosys
FMCGHindustan Unilever, Dabur
Energy & MetalReliance Industries, Coal India
Gold & JewelleryTitan Company, Kalyan Jewellers



7. निवेश की रणनीति

  1. Token Investment करें: छोटा निवेश शुभ प्रतीक है।

  2. दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखें: कम से कम 1-2 साल तक होल्ड करें।

  3. Blue-chip कंपनियाँ चुनें: ये सुरक्षित व स्थिर रिटर्न देती हैं।

  4. रिसर्च आधारित खरीदारी करें: केवल भावना से नहीं।

  5. डिवर्सिफिकेशन रखें: अलग-अलग सेक्टरों में निवेश करें।




8. पिछले वर्षों का प्रदर्शन (डेटा)

वर्ष               Nifty बदलाव               रुझान
2015+0.7%तेजी
2016+1.0%तेजी
2017+0.6%तेजी
2018-0.2%गिरावट
2019+0.5%तेजी
2020+0.8%तेजी
2021+0.7%तेजी
2022+0.4%तेजी
2023+0.9%तेजी
2024+0.6%तेजी

औसतन मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन Nifty में 0.6–1% की वृद्धि देखी गई है।




9. नए निवेशकों के लिए जरूरी सलाह

  • ब्रोकरेज चार्ज और ट्रेडिंग टाइमिंग पहले देखें।

  • मार्केट में जल्दी लॉगिन करें क्योंकि वॉल्यूम कम रहता है।

  • सेक्टर एनालिसिस पढ़कर ही स्टॉक चुनें।

  • Stop-loss लगाना ना भूलें।





10. निवेशकों का मनोविज्ञान और भावना

मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन निवेशक केवल लाभ नहीं बल्कि श्रद्धा से भी निवेश करते हैं। यह दिन आस्था और आर्थिक अनुशासन दोनों का संगम है। मार्केट एनालिस्ट भी इसे “Positive Sentiment Day” मानते हैं क्योंकि हर स्तर का निवेशक इस दिन भाग लेता है।



11. 2025 का मार्केट दृष्टिकोण

  • बैंकिंग में क्रेडिट ग्रोथ मजबूत है।

  • IT सेक्टर विदेशी डील्स से सुधर रहा है।

  • FMCG सेगमेंट त्योहार के कारण तेजी में है।

  • Reliance Industries का रिटेल और टेलीकॉम सेगमेंट मजबूत प्रदर्शन दे रहा है।



12. मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व क्यों है

यह सिर्फ एक घंटे का सेशन नहीं, बल्कि निवेश के प्रति विश्वास और आस्था का प्रतीक है। यह हमें याद दिलाता है कि निवेश सिर्फ पैसा कमाने का साधन नहीं, बल्कि वित्तीय अनुशासन की शुरुआत है।



निष्कर्ष

मुहूर्त ट्रेडिंग 2025 सिर्फ शेयर खरीदने का मौका नहीं बल्कि निवेश की नई शुरुआत का संकेत है।
यह भारत की आर्थिक संस्कृति का ऐसा पल है जहाँ आस्था, अनुशासन और समृद्धि तीनों एक साथ आते हैं।

इसलिए आज 21 अक्टूबर 2025 को अगर आप मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेश करते हैं, तो यह आपके वित्तीय साल की सबसे शुभ शुरुआत हो सकती है।




नोट

यह लेख केवल शैक्षिक और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की निवेश सलाह नहीं है।

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